दो मंजिला बनेगा ट्रामा केयर सेंटर, ऑपरेशन थियेटर के साथ इमरजेंसी केस के लिए होंगे 6 बेड
74.56 लाख से 20 बिस्तर वाला आइसोलेशन वार्ड तैयार
शहर में स्थित जिला अस्पताल परिसर में इमरजेंसी सुविधाएं बढ़ाने कवायद चल रही है। इसी कड़ी में 1.24 करोड़ रुपए की लागत से ट्रामा केयर सेंटर बनाया जा रहा है। दो मंजिला यह ट्रामा सेंटर ऑपरेशन थियेटर (ओटी) समेत जरूरी उपकरणों से लैस होगा। ताकि इमरजेंसी में घायलों व मरीजों का तुरंत इलाज किया जा सके।
निर्माणाधीन ऑपरेशन थियेटर (ओटी) रूम के साथ इमरजेंसी केस के लिए 6 बेड रहेंगे। ताकि आपातकाल स्थिति में एक साथ एक से अधिक मरीजों के आने पर उनका इलाज किया जा सके। सिविल सर्जन डॉ. एमके सूर्यवंशी बताते हैं कि इस ट्रामा केयर सेंटर में चेकअप व इलाज के लिए अलग से डॉक्टर व नर्स की टीम तैनात रहेगी। इससे फायदा ये होगा कि इमरजेंसी में अस्पताल आने वाले मरीजों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़े। ट्रामा केयर सेंटर के शुरू होने पर संचालन के लिए अलग से सेटअप स्वीकृत होगा।
सर्जन और अन्य डॉक्टर होंगे नियुक्त: ट्रामा सेंटर में 24 घंटे सेवा देने के लिए है। इस लिहाज से यहां अलग से डॉक्टर व स्टॉफ का सेटअप स्वीकृत होगा। ट्रामा सेंटर में घायलों के इलाज करने सर्जन, आर्थोपेडिक, एनीस्थिसिया, टेक्निशियन व अन्य सपोर्टिंग स्टॉफ की नियुक्ति होगी।
ट्रामा केयर सेंटर का निर्माण दो फेज में किया जा रहा है। पहले फेज में 74.56 लाख की लागत से आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। दो मंजिला इस आइसोलेशन वार्ड के अलग-अलग कमरों में 20 बेड लगेंगे। इस बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में 10 बेड और फर्स्ट फ्लोर (प्रथम तल) पर 10 बेड रहेगा। आपातकालीन स्थिति जैसे एक्सीडेंटल मरीजों को ट्रामा सेंटर में इलाज के बाद इसी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा, जहां वे डॉक्टर्स की निगरानी में रहेंगे।
जानिए, जिला अस्पताल में फिलहाल यह स्थिति जिला अस्पताल में रोज ही एक्सीडेंटल केस आते हैं। जिला अस्पताल में अभी माइनर ऑपरेशन थियेटर संचालित हैं, जहां इमरजेंसी मरीजों को ट्रीटमेंट कराने लाया जाता है। यहां मरीजों के लिए सिर्फ 2 बेड की सुविधा हैं। आपातकालीन स्थिति में एक ही समय में 3 या उससे अधिक मरीज आते हैं, तो दिक्कत बढ़ जाती है। ट्रामा सेंटर के शुरू होने से इमरजेंसी मरीजों को तुरंत इलाज की सुविधा मिलेगी।