राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस: कवर्धा में स्कूली बच्चों को कृमिनाशक दवा का वितरण
कवर्धा। आज राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कवर्धा के स्वामी करपात्री जी स्कूल में स्कूली बच्चों को कृमिनाशक दवा का वितरण शुरू किया। इस अभियान के तहत, कलेक्टर ने बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाई और पूरे जिले में कृमि नाशक दवा वितरण के निर्देश दिए। उन्होंने एक वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों, किशोरों, और किशोरियों को आंगनबाड़ी केंद्रों, शासकीय और निजी स्कूलों, महाविद्यालयों में दवा खिलाने की बात कही।
स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों की संयुक्त जिम्मेदारी
कलेक्टर ने अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और स्वच्छ भारत मिशन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को संयुक्त रूप से कार्य करना होगा। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का मुख्य उद्देश्य 1 से 19 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक देना और साथ ही हैंड वॉश को प्रोत्साहित करना है। 24 सितंबर को ‘मॉप-अप दिवस’ पर उन बच्चों को भी दवा दी जाएगी जो इस अभियान में छूट गए हैं।
निबंध प्रतियोगिता और पुरस्कार वितरण
स्वामी करपात्री जी स्कूल में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के संदर्भ में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कलेक्टर ने प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया और स्वास्थ्य संवर्धन खेल सांप-सीढ़ी का वितरण भी किया। इस खेल के माध्यम से बच्चों को डायरिया से संबंधित जानकारी और बचाव के तरीके समझाए जाएंगे।
कृमि नाशक दवा के लाभ और मॉप-अप दिवस की जानकारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल राज ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस साल में दो बार 6 माह के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। दवा का सेवन उम्र के अनुसार किया जाएगा ताकि ओवरडोज से बचा जा सके। 24 सितंबर को मॉप-अप दिवस पर उन बच्चों को दवा दी जाएगी जिन्होंने अभियान के दौरान इसे नहीं लिया।
3 लाख 83 हजार बच्चों को दवा देने का लक्ष्य
डीपीएम श्रीमती अनुपमा तिवारी ने जानकारी दी कि जिले में 3 लाख 83 हजार 559 बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक देने का लक्ष्य है। यह दवा पूर्णतः सुरक्षित है और इससे पेट के कीड़े मर जाते हैं, जिससे बच्चों को बेहतर भूख, खून की कमी में कमी, और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य टिप्स
कृमि संक्रमण से बचाव के लिए खुले में शौच नहीं करना चाहिए, हाथ धोने की आदत डालनी चाहिए, और फलों और सब्जियों को अच्छे से धोकर खाना चाहिए। नाखून छोटे रखें, साफ पानी पीएं, और नंगे पांव बाहर न खेलें। जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनुपमा तिवारी ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों के माध्यम से एल्बेंडाजोल की टेबलेट जरूर खिलाएं।