लैब टेक्नीशियन की लापरवाही, बीमार बच्चे की हुई मौत
बिलासपुर। जिले में इलाज नहीं मिलने के कारण 9 साल के बच्चे की मौत हो गई। नाराज परिजन और कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल में शव रखकर जमकर हंगामा किया। परिजनों ने कहा कि प्रिस्क्रिप्शन लेकर लैब टेक्नीशियन के पास गए थे, लेकिन उसने प्रिस्क्रिप्शन को फेंक दिया। बच्चे का इलाज नहीं हो सका और उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में शव रखकर कांग्रेस नेता के साथ जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों और परिजनों के बढ़ते गुस्से के बीच टाइम नहीं है कहकर प्रिस्क्रिप्शन फेंकने वाले लैब टेक्नीशियन को हटा दिया गया, जिसके बाद परिजन शांत हुए।
दरअसल, बेलगहना क्षेत्र के करही कछार में रहने वाले कमलेश बसोर और दुर्गा बसोर के 9 साल के बेटे विकास की तबीयत कुछ दिनों से खराब थी। उसे तेज बुखार आ रहा था। शनिवार को उसे लेकर बेलगहना के उप स्वास्थ्य केंद्र गए थे। जांच के बाद डॉक्टर ने मलेरिया की आशंका से खून जांच कराने की सलाह दी। बच्चे के पिता कमलेश बसोर ने बताया कि वह पर्ची लेकर लैब टेक्नीशियन के पास गए, लेकिन टेक्नीशियन ने टाइम नहीं है कह कर सैंपल नहीं लिया और खून की जांच नहीं की, जिसके चलते बच्चे का इलाज नहीं हो सका। परिजन उसे लेकर घर चले गए। बच्चे के पिता ने बताया कि टेक्नीशियन की हरकतों से परेशान होकर बच्चे को घर में रखे रहे और घरेलू इलाज कराते रहे। इस दौरान उसकी मौत हो गई।