साक्षर बनने 6 सरेंडर नक्सलियों ने भी दी परीक्षा, कलेक्टर-एसपी ने उत्साह बढ़ाया
कवर्धा
जिले के 232 केंद्रों में रविवार को उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा ली गई। इसमें सर्वे के अनुसार चिह्नांकित किए गए शिक्षार्थी शामिल हुए। खास बात यह है कि इस परीक्षा महाभियान में 6 आत्मसमर्पित नक्सलियों ने भी शामिल होकर 3 घंटे तक परीक्षा दिलाई।
कवर्धा स्थित सतबहिनिया वार्ड के प्राथमिक स्कूल में परीक्षा केंद्र बना था, जहां सुबह साढ़े 10 बजे सरेंडर नक्सलियों का प्रवेश हुआ। उनके उत्साहवर्धन के लिए कलेक्टर जन्मेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल पहुंचे थे। उन्होंने परीक्षा कक्ष की मॉनिटरिंग की। साथ ही शिक्षा के माध्यम से उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करना प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है। इस संवैधानिक अधिकार से किसी को भी वंचित नहीं किया जा सकता। एसपी डॉ. पल्लव ने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से अनेक जन जागरूकता कार्यक्रम करते ही हैं। अन्य कार्यों के साथ शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाना बहुत आवश्यक है। ताकि कोई भी वर्ग शिक्षा से वंचित न रहे।
जिपं सीईओ संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि जिले के सभी 232 परीक्षा केंद्रों में मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें सभी 4 हजार शिक्षार्थियों को परीक्षा में बैठाने का लक्ष्य था। इसके लिए विभागीय अधिकारी, शिक्षक और स्वयंसेवी शिक्षक घर-घर संपर्क करते रहे। शाम 4 बजे की स्थिति में 55 प्रतिशत शिक्षार्थी परीक्षा दिलाने आए। नवंबर 2024 में शेष 6 हजार शिक्षार्थियों को परीक्षा में बैठाया जाएगा।