बदली से बढ़ी ठंड, आज-कल हो सकती है बारिश
जानिए…मौसम की ऐसी है स्थिति
मौसम विज्ञानी डॉ. एचपी चंद्रा केमुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ,द्रोणिका के रूप में मध्य क्षोभ मंडलमें 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर 62डिग्री पूर्व में व 30 डिग्री उत्तर मेंस्थित है। दक्षिण से नमी युक्त गर्महवाओं के आगमन प्रारंभ होने कीसंभावना है। इन कारणों से एक-दोस्थानों पर हल्की वर्षा होने कीसंभावना है। प्रदेश में न्यूनतमतापमान में वृद्धि संभावित है। एकफरवरी को बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त गर्म हवा का आगमन लगातारजारी रहने के कारण इस दिन भीहल्की वर्षा होने की संभावना बनीहुई है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यत मध्यछत्तीसगढ रह सकता है। जिले मेंबुधवार को बादल छाए रहे।
ठंड के सीजन में हर माह बारिश का ट्रेंड चला आ रहा
इस साल ठंड के सीजन में ऐसा कोई माह नहीं, जिसमें बारिश नहीं हुई है। हरमाह बारिश का ट्रेंड चला आ रहा है। अक्टूबर से लेकर जनवरी माह तकसभी माह में किसी न किसी दिन बारिश हुई है। दिसंबर व जनवरी माह मेंसबसे ज्यादा बारिश हुई है। गर्मी के मौसम बाद जून में लोगों को बारिश कालंबा इंतजार करना पड़ता है। गर्मी के मौसम में मार्च से लेकर मई के बीचबारिश होती है। वर्तमान में बारिश होने से चना व गेहूं को लाभ होगा।
जिले में मौसम का मिजाज एक बारफिर बदलने लगा है। बेमौसम बारिश और लगातार बदली के चलते विदाहोती ठंड की वापसी के चलतेवातावरण में अनुकूलता बनी हुई है।इधर, मौसम विभाग ने आज गुरुवारव शुक्रवार को बारिश की संभावनाजताई है। मौसम विभाग का कहना हैकि आने वाले दो दिन तक मेघमयबना रहेगा। अगले तीन दिनों मेंन्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है,लेकिन उसके बाद इसमें फिर सेगिरावट आने का अनुमान है। इसतरह फरवरी का पहला सप्ताह भीहल्की ठंड वाला रहने वाला है।अचानक बारिश और आसमान मेंछाए रहने वाले बादलों के कारण ठंडकी विदाई अटक गई है। इस बीचपिछले दो दिनों से ठंड का प्रभावअवश्य कम पड़ा है, लेकिन हल्कीठंड अभी भी है। इस कारण गर्मी कीदस्तक नहीं हो पाई है। इस बीच पड़रही हल्की ठंड राहत भी दे रही है।वहीं बरबसपुर क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदीहुई है। खेतों में अंकुरित होकर चना वगेहूं की फसल निकल आई है। इसबारिश से गेहूं व चना की फसलको संजीवनी साबित हुआ है।
बरबसपुर . गेहूं की फसल को बारिश से फायदा होगा।