सूरजपुर में भारत बंद के दौरान उपद्रव: NH43 मार्ग जाम, कई दुकानों को जबरन बंद कराने पर 15 से अधिक प्रदर्शनकारियों पर FIR दर्ज
सूरजपुर। ST-SC आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 21 अगस्त को देशभर में कई संगठनों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया था। इस बंद के दौरान सूरजपुर जिले में भी उग्र प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे 43 पर चक्काजाम कर दिया और क्षेत्र की कई दुकानों को जबरन बंद कराया। इस स्थिति से नाराज व्यापारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने 15 से अधिक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
भारत बंद का यह आयोजन दलित और आदिवासी संगठनों ने किया था, जो अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लोगों के लिए आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे थे। उनका कहना है कि यह फैसला समुदाय के कमजोर तबकों के लिए न्याय और समानता को प्रभावित कर सकता है।
सूरजपुर जिले में बंद का असर विशेष रूप से देखने को मिला जब प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे 43 पर जाम लगा दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों को भी जबरन बंद कराया, जिससे व्यापारियों में आक्रोश फैल गया।
इस मामले में कोतवाली सूरजपुर थाना प्रभारी विमलेश दुबे ने बताया कि व्यापारियों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 15 से अधिक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स (NACDAOR) ने इस बंद का आह्वान किया था, जिसमें उन्होंने SC, ST और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए न्याय और समानता की मांग की थी। बंद के दौरान देशभर में उग्र प्रदर्शन हुए, जिसमें सूरजपुर भी एक प्रमुख केंद्र बना।
सूरजपुर जिले में इस घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है, और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है।