हरदा फैक्ट्री ब्लास्ट; 11 मौत, 217 घायल:रेस्क्यू कर रही वाराणसी से आई NDRF की टीम; मजदूर बोला- फैक्ट्री में 20-25 बच्चे भी थे
हरदा की ब्लास्ट वाली पटाखा फैक्ट्री में रात में भी पटाखे फूटते रहे। मलबा भी हटाया जाता रहा। बुधवार को दूसरे दिन भी मलबा हटाया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से 11 लोगों की मौत हो गई। 217 लोग घायल हो गए, इनमें फैक्ट्री के 51 मजदूर शामिल हैं। 73 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। 38 घायलों को हरदा से रेफर किया गया है। अब तक 95 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। हरदा जिला अस्पताल में भर्ती मजदूर संदीप ने बताया कि हादसे के वक्त फैक्ट्री में 20-25 मजदूर भी थे।
जिस बेसमेंट में बारूद रखा था और मजदूर काम कर रहे थे, उसका मलबा हटाया जा रहा है। इसके लिए हेडक्वाटर वाराणसी से नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) की 35 सदस्यों की टीम आई है।
मंगलवार देर रात तक 2 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। 51 गंभीर घायलों को भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम रेफर किया गया। कई अब भी लापता हैं। NDRF मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटी है। हालात का जायजा लेने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को हरदा जाएंगे।
हादसे में फैक्ट्री के आसपास बने 60 घर जल गए। एहतियातन 100 से ज्यादा इमारतों को खाली करा लिया गया। हरदा एसडीएम केसी परते का कहना है कि फैक्ट्री अनफिट थी।
फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक खान को रात करीब 9 बजे राजगढ़ जिले के सारंगपुर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ हरदा सिविल लाइन थाने में केस दर्ज किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी हरदा में हैं। उन्होंने जिला अस्पताल में भर्ती घायलों का हाल जाना और फैक्ट्री के बारे में जानकारी ली।
पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण हादसे के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पीसी शर्मा हरदा में सुबह 11 बजे मीडिया से बात करेंगे।
हरदा जिला अस्पताल में भर्ती कलाबाई ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक बारूद के ढेर की तरफ वाली दीवार में छेद हुआ और पटाखें फूटने लगे। यह देख हम लोग भागने लगे। दूर कहीं पड़े थे तो एंबुलेंस अस्पताल लेकर आई। कलाबाई फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर पटाखों में बत्ती बिठाने का काम करती थी। एक हजार पटाखों की पैकिंग के बदले उसे 200 रुपए मिलते थे।
हरदा की रामकुंवर के बड़े बेटे मुकेश और बहू उषा की मौत हो गई। रामकुंवर ने कहा- मलबे में बड़े बेटा-बहू की मिट्टी मिली है। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा अनाथ हो गए। यहां कौन किसका होता है।
मुस्कान और उनकी बेटी परी हरदा जिला अस्पताल में भर्ती हैं। मुस्कान ने बताया कि फैक्ट्री में पहला धमाका होते ही बेटी को लेकर भाग निकली, इसलिए जान बच गई। हालांकि, सिर में मलबा लगने से दोनों घायल हो गईं
हादसे में अपने माता-पिता उषा और मुकेश बेलदार को खोने वाली दो बेटियां प्रशासन से गुहार लगाने पहुंचीं। उनका घर भी टूट गया है। दादी रामकुंवर बाई और ये दो बहनें बेसहारा हो गईं
रेस्क्यू टीम के मुताबिक रात में किसी का शव या कोई घायल व्यक्ति नहीं मिला। अभी पुलिस के पास किसी शख्स की गुमशुदगी भी दर्ज नहीं की गई है।
वाराणसी स्थित हेडक्वार्टर से एनडीआरएफ का 35 सदस्यीय टीम सुबह मौके पर पहुंची। फैक्ट्री में जहां तलघर में बारूद और कर्मचारी मौजूद थे उस तलघर से मलबा हटाने का काम शुरू हुआ है।
वाराणसी स्थित हेडक्वार्टर से एनडीआरएफ की 35 सदस्यीय टीम बुधवार सुबह हरदा पहुंची। फैक्ट्री में जहां तलघर में बारूद और कर्मचारी मौजूद थे, उस तलघर से मलबा हटाने का काम शुरू हुआ है।
आधा दर्जन पोकलेन मशीन रातभर से मलबा हटा रही है। बुधवार सुबह से पोकलेन मशीनों से मलबा हटाया जा रहा है। मलबे के नीचे बड़ी मात्रा में बारूद और पटाखें हैं। इस कारण लगातार धुआं उठ रहा है। पटाखे अभी भी फूट रहे हैं। आग को शांत करने के लिए दमकलों से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। आस-पास जिलों से लगातार दमकल वाहन पहुंच रहे हैं। अब तक 300 से ज्यादा दमकल वाहन आ चुके हैं
हरदा ब्लास्ट पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने दैनिक भास्कर डिजिटल की खबर पर संज्ञान लिया। NGT ने आदेश जारी कर कहा कि घटना में बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं। कई लोग घायल और लापता हैं। 60 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। 100 से अधिक मकानों को खाली कराना पड़ा। ऐसे में न्यूनतम राहत देने की आवश्यकता है। जिसका फैक्ट्री मालिक तुरंत भुगतान कर अंतरिम मुआवजे के रूप में राशि जमा कराएं। NGT ने मृतकों के परिजन को 15 लाख, जलने और गंभीर चोट पर 5 लाख और सामान्य चोट पर 3 लाख रुपए देने के आदेश दिए हैं। घर जलने पर 5 लाख रुपए क्षतिपूर्ति और जिनके घर खाली कराए गए उन्हें 2 लाख रुपए देने का कहा गया है। पूरा अमाउंट फैक्ट्री मालिक द्वारा जमा कराया जाएगा। यह राशि जिला पर्यावरण मुआवजा निधि के खाते में जमा करानी होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने X पर लिखा- हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुई आगजनी की घटना हृदय विदारक है। इस घटना की गंभीरता के दृष्टिगत, इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी। राहत कार्य और घायलों को उपचार प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। सरकार ने अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया है। इस समिति में अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, नीरज मंडलोई, होमगार्ड के महानिदेशक अरविंद कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक रंजन को सदस्य बनाया गया है। गृह विभाग ने हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे इसके अध्यक्ष होंगे। किन परिस्थितियों में हादसा हुआ, इसके लिए प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से दोषी अधिकारी, कर्मचारी की जिम्मेदारी तय करने समेत इसकी पुनरावृति न होने के संबंध में समिति अपनी अनुशंसा प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में सभी कलेक्टर और कमिश्नर के साथ ऑनलाइन बैठक की। इसमें कलेक्टरों को संबंधित जिलों में संचालित पटाखा फैक्ट्री का संचालन लाइसेंस की शर्तों के अनुसार हो रहा है या नहीं, इसकी जांच करने के निर्देश दिए हैं। सभी कलेक्टर 24 घंटे में गृह विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगे