400 बालिकाओं ने सीखा सेल्फ डिफेंस
राजमाता विजयाराजे सिंधिया गर्ल्स कॉलेज परिसर में आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में सेल्फ डिफेंस के गुर सीख 400 बालिकाएं निर्भय बनीं। शनिवार को शिविर का समापन हुआ। इस दौरान बालिकाओं ने रैली निकाल कर बालिका सुरक्षा व महिला सशक्तिकरण का संकल्प लिया।
बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ योजना के तहत आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। शनिवार को समापन कार्यक्रम में कलेक्टर जन्मेजय महोबे और एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव शामिल हुए। कलेक्टर ने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत (हरियाणा) से की गई थी। योजना को उन्होंने अधिकारिक तौर पर अपने अत्यधिक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के रुप में शामिल किया है। कलेक्टर ने बताया कि जब उन्हें कमिश्नर और महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक की जिम्मेदारी मिली थी, तब यह योजना छत्तीसगढ़ के दो जिले में रायगढ़ व बीजापुर में संचालित थी। उन्होंने बताया कि शुरुआत में हरियाणा और राजस्थान की स्थितियों को देखते हुए बेटियों के जन्म पर उत्सव मनाने के साथ 5 पौधे लगाने का संकल्प लेते हुए अभियान चलाया। आज प्रदेश में बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं है। बालिकाएं सशक्त हैं। इस अवसर पर एसपी डॉ. पल्लव और महिला बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया लिंगाधार भेदभाव समाप्त करने बालिका सुरक्षा सम्मान और महिला सशक्तिकरण के लिए शहर में जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। सभी प्रतिभागियों और सभी मास्टर ट्रेनरों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। नवा बिहान की संरक्षण अधिकारी नितिका डड़सेना, जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर, मास्टर ट्रेनर व आरक्षक आकाश राजपूत, ब्लैक बेल्ट कुमुद मिश्रा, मनीष निषाद मौजूद थे।